गोस्वामी तुलसीदास जयंती: लोकभाषा में धर्म, भक्ति और संस्कार की पुनर्स्थापना
श्रावण शुक्ल सप्तमी, जिसे संत तुलसीदास जयंती के रूप में मनाया जाता है, केवल एक महाकवि की जन्मतिथि नहीं, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक चेतना की पुनर्जागरण-तिथि है। गोस्वामी तुलसीदास न केवल एक भक्त थे, न केवल कवि थे, बल्कि वे उस युग के समाज सुधारक, धर्म पुनर्स्थापक और लोक चेतना के महान वाहक थे।
Img Banner
profile
Sanjay Purohit
Created AT: 31 जुलाई 2025
103
0
...

श्रावण शुक्ल सप्तमी, जिसे संत तुलसीदास जयंती के रूप में मनाया जाता है, केवल एक महाकवि की जन्मतिथि नहीं, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक चेतना की पुनर्जागरण-तिथि है। गोस्वामी तुलसीदास न केवल एक भक्त थे, न केवल कवि थे, बल्कि वे उस युग के समाज सुधारक, धर्म पुनर्स्थापक और लोक चेतना के महान वाहक थे।

उनका जन्म ऐसे कालखंड में हुआ जब समाज जातिवाद, अंधविश्वास और बाह्याचारों में उलझा हुआ था। धर्म की धारा शुष्क हो चली थी और आध्यात्मिक मूल्यों की अनदेखी हो रही थी। ऐसे समय में तुलसीदास ने श्रीराम के चरित्र को लोकभाषा अवधी में प्रस्तुत कर धर्म को शास्त्रों की सीमाओं से निकालकर आम जन की झोली में रख दिया।

रामचरितमानस: धर्म को जनता से जोड़ने का महाकाव्य

जब शासकीय, पंडितीय और धार्मिक सत्ता संस्कृत के माध्यम से ज्ञान को सीमित कर रही थी, तब तुलसीदास ने धर्म और दर्शन की गूढ़ बातें रामचरितमानस के माध्यम से गांव-गांव, घर-घर तक पहुँचा दीं। रामचरितमानस केवल एक पौराणिक कथा नहीं, बल्कि नीति, दर्शन, भक्ति और जीवन व्यवहार का ग्रंथ है।

यह ग्रंथ ऐसे समय लिखा गया जब मुग़ल सत्ता के कारण हिंदू संस्कृति असुरक्षित अनुभव कर रही थी। तुलसीदास ने राम को उस कालखंड के सांस्कृतिक आदर्श के रूप में स्थापित कर एक प्रकार से सांस्कृतिक प्रतिरोध की भूमिका निभाई।

समाज सुधार और समभाव की स्थापना

तुलसीदास जात-पांत और भेदभाव के विरुद्ध थे। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा —

“जाति पाँति पूछे नहिं कोय, हरि को भजै सो हरि का होय।”

उनके इस विचार ने धर्म के नाम पर होने वाले सामाजिक विभाजन को चुनौती दी और यह संदेश दिया कि भक्ति और आत्मिक विकास सबके लिए समान रूप से उपलब्ध है। यह विचार आज भी जातीय राजनीति और सामाजिक विघटन के युग में अत्यंत प्रासंगिक है।

तुलसी साहित्य: एक आध्यात्मिक थाती

तुलसीदास केवल रामचरितमानस तक सीमित नहीं रहे। विनय पत्रिका, दोहावली, कवितावली, हनुमान चालीसा आदि ग्रंथों में उन्होंने भक्ति, आत्म-चिंतन, मर्यादा और वैराग्य को आत्मसात करने की प्रेरणा दी। विशेष रूप से हनुमान चालीसा आज भी करोड़ों भारतीयों के जीवन में विश्वास और बल का स्रोत है।

आज के भारत में तुलसीदास की प्रासंगिकता

आज जब समाज उपभोक्तावाद, जातीय विद्वेष, नैतिक पतन और धार्मिक आडंबर की ओर बढ़ रहा है, तुलसीदास के विचार फिर से समाज को दिशा दे सकते हैं। उन्होंने धर्म को केवल कर्मकांड नहीं, बल्कि आचरण, मर्यादा, प्रेम और सेवा के रूप में देखा।

आज जब भारत 'डिजिटल युग' में है, तब तुलसीदास का यह लोकभाषा में धर्म-संस्कार का मॉडल और अधिक सामयिक हो जाता है — जो कहता है कि संदेश सरल हो, सच्चा हो, और जनमानस तक पहुँचे।

ये भी पढ़ें
सीएम की घोषणा,कटंगी और पौड़ी बनेगी तहसील,लाड़ली बहना योजना सम्मेलन में शामिल हुए सीएम
...

National

See all →
Richa Gupta
दूसरे दिन भी जम्मू से अमरनाथ यात्रा स्थगित, बालटाल से गुफा की ओर आवागमन जारी
अमरनाथ यात्रा शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन भी जम्मू से घाटी तक स्थगित रही। यात्रियों को केवल बालटाल बेस कैंप से पवित्र गुफा की ओर जाने की अनुमति दी गई।
69 views • 13 hours ago
Sanjay Purohit
भारत ने अमेरिकी F-35 खरीदने से किया इनकार, ट्रंप के टैरिफ का है ये जवाब?
भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव का असर अब रक्षा क्षेत्र में भी नजर आने लगा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत से अमेरिका जाने वाले उत्पादों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद भारत ने बड़ा फैसला लिया है।
70 views • 14 hours ago
Sanjay Purohit
सदी का सबसे लंबा पूर्ण सूर्यग्रहण 2 अगस्त 2027 को होगा? जानें कब और कहां आएगा नजर
नासा ने सदी के सबसे लंबे सूर्यग्रहण की तारीख और जगह को लेकर चल रहे भ्रम को साफ कर दिया है। दरअसल सोशल मीडिया पर इस पूर्ण सूर्यग्रहण के बारे में अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं।
73 views • 15 hours ago
Richa Gupta
उपराष्ट्रपति चुनाव की तारीख का ऐलान, 21 अगस्त तक भरे जा सकेंगे नामांकन
भारत में उपराष्ट्रपति चुनाव की घोषणा हो गई है। नामांकन की अंतिम तारीख 21 अगस्त है, मतदान और मतगणना 9 सितंबर 2025 को होगी।
69 views • 16 hours ago
Sanjay Purohit
WHO और WTO को खत्म कर रहे ट्रंप- जयराम रमेश
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर टैरिफ लगाए जाने के बाद, कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। जयराम रमेश ने कहा कि ट्रंप डब्ल्यूटीओ और डब्ल्यूएचओ जैसी संस्थाओं को 'नष्ट' कर रहे हैं, जिनमें भारत का बहुत बड़ा हित है।
59 views • 16 hours ago
Sanjay Purohit
राहुल गांधी ने भारत की इकोनॉमी को बताया डेड तो तिरुवनंतपुरम सांसद थरूर बोले ऐसा कतई नहीं
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारतीय अर्थव्यवस्था पर दिए बयान से असहमति जताई है। राहुल गांधी ने ट्रंप के बयान का समर्थन किया था। थरूर ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति वैसी नहीं है, जैसा ट्रंप कह रहे हैं। थरूर पहले भी कई बार पार्टी लाइन से अलग राय रख चुके हैं।
72 views • 16 hours ago
Sanjay Purohit
सोनू सूद का 52वें जन्मदिन पर बड़ा ऐलान, बेसहारा बुजुर्गों के लिए बनाएंगे वृद्धाश्रम
बॉलीवुड एक्टर और समाजसेवी सोनू सूद ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह सिर्फ रील लाइफ के हीरो नहीं, बल्कि रियल लाइफ के भी हीरो हैं। अपने 52वें जन्मदिन के मौके पर उन्होंने एक ऐसा कदम उठाया है, जो लाखों लोगों के दिल को छू गया।
91 views • 17 hours ago
Sanjay Purohit
दिल्लीवालों सावधान! आज शहर में अचानक बजेंगे सायरन
दिल्ली के लोगों को आज यानी 1 अगस्त को एक अलग ही अनुभव मिलने वाला है। राजधानी में कई जगहों पर अचानक सायरन बज सकते हैं, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस की आवाज़ें सुनाई देंगी, और इमरजेंसी जैसी स्थिति दिखाई दे सकती है। लेकिन घबराने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि यह सब एक बड़े स्तर की आपदा प्रबंधन मॉक ड्रिल का हिस्सा है, जिसका नाम है ‘एक्सरसाइज सुरक्षा चक्र’।
83 views • 17 hours ago
Sanjay Purohit
स्वस्थ साँसों की पुकार: फेफड़ों के कैंसर दिवस पर चेतना का आह्वान
हर वर्ष 1 अगस्त को ‘विश्व फेफड़ों के कैंसर दिवस’ मनाया जाता है। यह दिन उस गंभीर रोग की ओर वैश्विक ध्यान आकर्षित करता है जो धीरे-धीरे जीवन को भीतर से खोखला कर देता है—फेफड़ों का कैंसर। यह अवसर सिर्फ चिकित्सा विज्ञान के लिए ही नहीं, समाज के हर वर्ग के लिए एक चेतावनी है कि कैसे हमारी आदतें, परिवेश और जीवनशैली हमें गंभीर रोगों की ओर धकेल सकते हैं।
68 views • 17 hours ago
Richa Gupta
स्वतंत्रता दिवस भाषण के लिए पीएम मोदी ने जनता से मांगे सुझाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2025 के स्वतंत्रता दिवस भाषण के लिए जनता से MyGov पोर्टल पर सुझाव भेजने की अपील की है।
98 views • 18 hours ago
...

Spiritual

See all →
Sanjay Purohit
हरतालिका तीज 2025: श्रद्धा, तप और नारी शक्ति का दिव्य पर्व – 26 अगस्त को
हरतालिका तीज का पर्व भारतीय संस्कृति में स्त्री के आत्मबल, प्रेम, तपस्या और साधना का ऐसा प्रतीक है, जो केवल पारंपरिक धार्मिक अनुशासन नहीं, बल्कि आत्मिक जागरण का गहरा संदेश देता है। वर्ष 2025 में यह पर्व 26 अगस्त को मनाया जाएगा, जो भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आता है। यह दिन विशेष रूप से विवाहित और अविवाहित महिलाओं के लिए अत्यंत पुण्यदायी होता है।
20 views • 15 hours ago
Sanjay Purohit
अध्यात्म का महज़ मार्ग नहीं, एक जीवन परिवर्तन यात्रा है कैलाश-मानसरोवर
कैलाश-मानसरोवर यात्रा मात्र एक तीर्थयात्रा नहीं, यह आत्मा की पुकार है — एक ऐसा दिव्य आमंत्रण जो मनुष्य को उसकी सांसारिक सीमाओं से उठाकर अध्यात्म के अग्निपथ पर ले जाता है। यह वह मार्ग है जहाँ शरीर की थकान, मन की उथल-पुथल और जीवन के सारे झूठे दंभ छूट जाते हैं, और शेष रह जाता है केवल एक साधक — जो शिव के साक्षात् सान्निध्य की खोज में होता है।
76 views • 2025-07-31
Sanjay Purohit
गोस्वामी तुलसीदास जयंती: लोकभाषा में धर्म, भक्ति और संस्कार की पुनर्स्थापना
श्रावण शुक्ल सप्तमी, जिसे संत तुलसीदास जयंती के रूप में मनाया जाता है, केवल एक महाकवि की जन्मतिथि नहीं, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक चेतना की पुनर्जागरण-तिथि है। गोस्वामी तुलसीदास न केवल एक भक्त थे, न केवल कवि थे, बल्कि वे उस युग के समाज सुधारक, धर्म पुनर्स्थापक और लोक चेतना के महान वाहक थे।
103 views • 2025-07-31
Sanjay Purohit
सावन के अंतिम सोमवार पर करें शिव की विशेष आराधना, मिलेगी महादेव की कृपा
सावन का महीना अब समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। हिंदू धर्म में सावन मास को भगवान शिव का अत्यंत प्रिय माना जाता है। पुराणों में भी सावन के महीने को बहुत महत्व दिया गया है। इस मास में आने वाले सोमवार विशेष फलदायी माने जाते हैं क्योंकि ये दिन भगवान शिव को समर्पित होते हैं।
108 views • 2025-07-30
Richa Gupta
नाग पंचमी आज, इस विधि से करें पूजा-अर्चना, मंत्र जाप, मिलेगा आशीर्वाद
सावन माह में पड़ने वाली नाग पंचमी का व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। नाग पंचमी श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है।
70 views • 2025-07-29
Sanjay Purohit
सावन के सोमवार और शिवालय: आत्मा से शिव तक की यात्रा
सावन का महीना हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह समय केवल मौसम की ठंडक और हरियाली का ही नहीं, बल्कि आत्मा की तपस्या और भक्ति की अग्नि में तपने का भी होता है। इस माह के सोमवार—जिन्हें 'सावन सोमवार' कहा जाता है—शिव भक्ति की चरम अवस्था माने जाते हैं।
86 views • 2025-07-28
Richa Gupta
सावन की चतुर्थी पर आज गणेश-शिव पूजन का महासंयोग, इस विधि से करें पिता-पुत्र की आराधना
हिंदू धर्म में हर व्रत और त्योहार का विशेष महत्व है। आज का दिन खास है, आज विनायक चतुर्थी का शुभ पर्व है। इस दिन लोग भगवान गणेश की कृपा पाने के लिए व्रत-पूजन करते हैं।
70 views • 2025-07-28
Sanjay Purohit
सनातन धर्म और नाग पंचमी: श्रद्धा, परंपरा और जीवों की रक्षा का उत्सव
सनातन धर्म की परंपराएँ केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि प्रकृति, जीव-जंतु, और समग्र सृष्टि के प्रति गहन संवेदनशीलता और सम्मान की जीवंत अभिव्यक्ति हैं। इन्हीं परंपराओं में एक विशिष्ट पर्व है नाग पंचमी, जो विशेष रूप से नागों की पूजा और उनके संरक्षण को समर्पित है।
41 views • 2025-07-27
Sanjay Purohit
इस बार कब है राखी का त्योहार, जानिए शुभ मुहूर्त और भद्रा का समय
भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का पर्व रक्षाबंधन हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, वहीं भाई बहनों की रक्षा का संकल्प लेते हैं।
69 views • 2025-07-25
Sanjay Purohit
सावन, हरियाली और श्रृंगार — सनातन संस्कृति की त्रिवेणी
सावन मात्र एक ऋतु नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति की आत्मा को छू लेने वाला एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उत्सव है। यह वह कालखंड है जब आकाश से बूंदें नहीं, वरन् देवी-आशीर्वाद बरसते हैं। धरती माँ का आँचल हरियाली से सज जाता है और स्त्री का सौंदर्य, श्रृंगार और भावनात्मक गहराई अपने चरम पर पहुँचती है।
89 views • 2025-07-25
...